मेरे पुरस्कार
तो कम ही हैं। और मैंने संभाल कर भी नहीं रखे। काश एक फोटो ही खींच कर रख ली होती तो यहां लगा देता।
जो दो याद आते हैं वो ये हैं। एक बार एक अनजान व्यक्ति ने एक कांफ्रेंस में एक पेन भेंट किया था वो याद है। उन्हें नहीं पता कि जो मैंने किया वह मेरा काम था और मुझे उसके पैसे मिलते थे। और एक बार एक व्यक्ति ने दो ब्रेड के पैकेट दिये थे क्योंकि मैंने उनका ब्रेड से भरा मिनी ट्रक अपनी ज़ेन से खींच कर किनारे लगवाया था। ऐसा करने से पहले ज्यादा सोचना नहीं पड़ा क्योंकि जब भी मैं कहीं रास्ते में फंसा था, अनजान व्यक्तियों ने ही स्वयं आगे आकर मेरी मदद की थी।
बाकी और कोई पुरस्कार याद नहीं आते। मुझे लगता है वही पुरस्कार याद रहते हैं जो कुछ काम करने पर बिना उम्मीद के मिलते हैं। और यह ठीक भी है। चाहे काम करने पर पुरस्कार की उम्मीद रखना गलत भी हो।